Power of Giving & Power of Forgiving is the ultimate power - Life Guru Pankaj Kothari
18 जून 2023। शिखरध्वज, जैनाचार्य श्री विजयराज जी महाराज सा की प्रेरणा से संचालित सुसाइड फ्री यूनिवर्स (SFU) मिशन द्वारा आयोजित *जीवन - एक यात्रा* विषय पर एक टॉक शो आयोजित किया गया जिसमें मुख्य वक्ता लाइफ मोटिवेशन गुरु श्री पंकज कोठारी ने जीवन मे सकारात्मकता एवं आपदा में अवसर खोजने के विषय मे सारगर्भित व्याखान दिया। कृतज्ञता, क्षमा, दान को मानव जीवन की सर्वोच्च शक्ति बताते हुए श्री कोठारी ने कई उदाहरणों के माध्यम से जीवन के महत्व एवं आत्मनियंत्रण की विभिन्न तकनीकों पर प्रकाश डाला। श्री कोठारी ने बताया कि जीवन भगवान का एक ऐसा अनुपम उपहार है जिसका सही उयोग आत्म कल्याण एवं मानव कल्याण के लिए किया जाना चाहिए। आत्महत्या जैसे नकारात्मक विचारों से कैसे दूर रहा जाए, इस हेतु विभिन्न सुझाव दिए।
शांतक्रान्ति जैन संघ के अंतर्गत SFU मिशन द्वारा आयोजित इस सभा को न्यायाधीश श्री प्रेम ओझा, जयपुर ने भी संबोधित किया एवं आत्महत्या रूपी कुरीति के विभिन विधिक एवं सामाजिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए इसके उन्मूलन हेतु वृहद स्तर पर कार्यशालाएं, शिविर, आदि आयोजित करने पर जोर दिया। अभियान के राष्ट्रीय संयोजक श्री बच्छराज लुनावत ने बताया कि आचार्य श्री विजयराज जी द्वारा दिये गए आत्महत्या मुक्त विश्व अभियान का संचालन राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है। इस हेतु ट्रेनर्स एवं काउंसेलर तैयार किये जा रहे हैं जो समाज मे विशेषकर युवाओ, बच्चों में इस विषय पर जागरूकता का संचार करेंगे। श्री लुनावत ने बताया कि अगले कुछ माह में इस अभियान का व्यापक विस्तार सम्पूर्ण भारत मे किया जाएगा एवं कई कार्यशालाएं आयोजित की जाएगी।
कार्यशाला में शांतक्रान्ति संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजू भूरट, राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र जैन, कार्यकारी अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सावनसुखा, श्री नरेन्द्र हिंगड़, श्री नवरत्न सांड, श्री हेमन्त कोठारी, श्रीमती मधु मट्ठा, श्री देवेंद्र बांठिया, SFU राष्ट्रीय टीम से रजंत संचेती, वैभव गोलछा, महावीर संचेती, श्रीमती मधु चोरडिया, विकास सुखानी, रुचि ललवानी, आदि देशभर से कई सदस्य मौजूद थे। सभा का आरंभ मंगलाचरण द्वारा श्री राजेन्द्र सावनसुखा द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन SFU के राष्ट्रीय सह-संयोजक श्री संजय सांड ने किया । सभा का संचालन श्री प्रकल्प मट्ठा ने किया।