जैन समाज धन को दान दे कर धन्य कर देता है - श्रीमती रेनू जी जैन 
१५ लाख से ज्यादा की दान राशि भेंट की गयी,    

उम्र के जिस पडाव में परिजनों व समाज से सेवा प्राप्त करने की आवश्यकता महसूस की जाती है, उस उम्र के दौर में श्वेतांबर जैन समाज के कुछ गणमान्य सदस्यों ने जैन श्वे सोशल ग्रुप सीनियर सिटीजंस  की स्थापना कर समाज के जरूरत मंद वर्ग को सहायता प्रदान करने के लिए, वैद्यकीय क्षेत्रमें, गरिब मेधावी छात्रों को शिष्य वृत्ती के द्वारा, गोशाला व जीवदया के क्षेत्र में कई अनुकरणीय कार्य करने का बिडा उठाया । 

           विगत वीस वर्षों से निरंतर इस सेवाकार्यों को आगे बढ़ाते जा रहे है तथा समाज के समक्ष एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। 

अलग अलग हॉस्पिटल में डायलिसिस मशीन की स्थापना कर निशुल्क डायलिसिस, वृद्धाश्रम में फिजिओथेरपी का कक्ष, सेवाधाम उज्जैन में रुमस् बनाना, विकलांगों की आर्थिक सहायता, निरंतर निशुल्क नेत्र परिक्षण व मोतियाबिन्द आँपरेशन, पोलियो ग्रस्त बच्चों के आपरेशन, स्कूलोंमे बच्चों की सहायता हो सभी कार्य बडीही  नियोजित ढंग से पूर्ण किया जा रहा है। 

इसी कडी मे आज द्वि-दशाब्दि महोत्सव के अवसर पर ग्रुप द्वारा डिजिटल एक्स-रे मशीन के लिये रुपये 8 लाख का चेक, श्री प्रकाश जी भटेवरा को हस्तांतरित किया गया। ग्रुप के सदस्य परिवार श्रीमति बादल देवी टोडरमलजी कटारिया परिवार की और से पाच लाख रुपये की राशि हॉस्पिटल को प्रदान की गई। अनेक सदस्यों द्वारा वर्ष के दौरान लाखो रुपये सेवाकार्य मे उपयोग करने के संकल्प लिया। 

द्वि-दशाब्दि महोत्सव की मुख्य अतिथी, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपती प्रो. रेणूजी जैन ने अलग अलग धडोंमे विभाजित जैन समाज को एकत्रित आकर कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। ग्रुप के अध्यक्ष श्रेणिकजी तांतेड, चेयरमैन गोपिलालजी सामोता, कार्यक्रम संयोजक भंवरलालजी कासवा ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा ग्रुप की स्मरणिका सफरनामा का विमोचन किया गया।  सभी प्रमुख दान दाताओं का, पूर्व अध्यक्ष व चेयरमैन का स्वागत किया गया। आभार प्रदर्शन सचिव महेशजी डाकोलिया द्वारा किया गया।