इंदौर:-  संजीव जैन "संजीवनी"

कुंदकुंद ज्ञानपीठ इंदौर द्वारा जैन शिक्षा और संस्कृति  के प्रचार प्रसार के लिए  ज्ञान एवं शैक्षणिक योजनाओं का शुभारंभ, प्रो.(डॉ) जय कुमार उपाध्ये, बाहुबली प्राकृत विद्यापीठ श्री धवलतीर्थ श्रवणबेलगोला, कर्नाटक के निर्देशक, के मुख्य आतिथ्य में आज उदासीन आश्रम ट्रस्ट परिसर में आयोजित एक समारोह में किया गया। कार्यक्रम ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष डॉ श्री अजीत कुमार कासलीवाल जी की पुण्य स्मृति में किया गया था।

प्राकृत भाषा की शिक्षा एवं शोध, भूवलय ग्रंथ की शिक्षा एवं शोध, जैन दर्शन के महान भक्तामर स्त्रोत के पठन से उत्पन्न अनंत ऊर्जा एवं वास्तु पर शोध एवं शिक्षा व डॉ अजीत कुमार कासलीवाल स्मृति प्रोत्साहन योजना का शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए श्री उपाध्ये कहा कि "प्राकृत भाषा हमारे आगम एवं राष्ट्र की प्राचीन भाषा है इस भाषा के प्रचार प्रसार एवं सामान्य जन  में लोकप्रिय बनाने के लिए कुंदकुंद ज्ञानपीठ द्वारा किया जा रहा यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा।"

कार्यक्रम का शुभारंभ, श्रीमती सुनीता जैन के मंगलाचरण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। डॉ अनुपम जैन ने कुंदकुंद ज्ञानपीठ का संक्षिप्त परिचय दिया एवं श्री मयंक बडजात्या एवं इंजी. अनिल जैन द्वारा भक्तामर स्त्रोत एवं ग्रंथ भूवलय पर  विचार प्रकट किए तत्पश्चात डॉ. अनुपमा विकास जैन के द्वारा शैक्षणिक पुरस्कार योजनाओं की घोषणा की गई। दिगंबर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन की शिरोमणि संरक्षिका पुष्पा प्रदीप कासलीवाल द्वारा भी इस उद्देश्य हेतु सहयोग करने की भावना व्यक्त की।

सभी उपस्थित विद्वानों का शॉल एवं श्रीफल से सम्मान ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा किया गया। योजना के समन्वयक एवं संयोजक अमित कासलीवाल प्रवक्ता संजीव जैन संजीवनी व प्रशासक डॉ अरविंद जैन ने बताया कि जैन सभ्यता और संस्कृति हमेशा से ही जैन व अजैन युवाओं को आकर्षित करती रही है कुंदकुंद ज्ञानपीठ इंदौर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त शोध संस्थान है एवं जैन साहित्य एवं प्राचीन ग्रंथों की करीब 50000 पुस्तकें यहां विद्यमान हैं। इस अवसर पर फेडरेशन के अध्यक्ष कमलेश कासलीवाल, मंत्री दिनेश दोशी, सामाजिक संसद के अध्यक्ष राजकुमार पाटोदी मंत्री सुशील पांडया, टी के वेद, बाहुबली पंड्या,  हंसमुख गांधी, राजीव जैन, डॉ जैनेन्द्र जैन, जयसेन जैन, आदित्य कासलीवाल, लोकेश कासलीवाल, संगीता मेहता, सुशीला सालगिया, जयेश कोठारी, सुनील पंड्या, राकेश विनायका वह अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सुश्री सपना कासलीवाल एवं आभार डॉ अरविंद जैन ने किया।