शिखरध्वज इंदौर
जिनशासन की महती प्रभावना करने में चतुर्विध संघ का योगदान रहता है जिसमे साधु, साध्वी, श्रावक, श्राविका अपनी अपनी मर्यादा अनुसार कार्य करते है लेकिन गृहस्थ धर्म का पालन करते हुए श्रावक श्राविका धर्म ध्वजा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते है।

उपाध्याय प्रवर श्री प्रवीण ऋषि जी महाराज एवं महासाध्वी श्री आदर्श ज्योति जी महाराज का वर्षावास आनन्द समवसरण महावीर बाग इंदौर पर अनेक धार्मिक आयोजनों के साथ चल रहा है। भगवान महावीर की अंतिम दिव्य देशना उत्तराध्ययन सूत्र की 21 दिवसीय वाचना के समापन समारोह के अवसर पर संघ के महामंत्री श्री रमेश भण्डारी जैन का उनकी उत्कृष्ट सेवा भावना तथा संघ समाज मे समन्वय ओर एकता के लिये किये गए कार्यो की अनुमोदनार्थ अभिनन्दन किया गया।
अभिनन्दन पत्र का वाचन श्री जिनेश्वर जैन ने किया तथा श्री सतीश तांतेड़, प्रकाश भटेवरा, अशोक मंडलीक, टी सी जैन, हिमांशु बोटादरा, समरथ मल कोठारी, शैलेस निमजा ओर हनुमानप्रसाद जैन ने किया। संचालन श्री संतोष जैन मामा ने किया।
उपाध्याय प्रवर श्री प्रवीणऋषि जी महाराज ने भगवान महावीर निर्वाण कल्याणक का विवेचन किया  तथा श्री गौतम स्वामी जी के केवल ज्ञान कल्याणक का विशद विवेचन प्रस्तुत कर मन्त्र मुग्ध कर दिया प्रातः 5.25 पर शुरू हुए समारोह में महावीर बाग खचाखच भरा हुआ था जिसमे हज़ारो की संख्या में भक्त जनों ने नव वर्ष के मंगल पाठ का श्रवण किया।